मेरी प्रिय सहेली [सखी] हिंदी निबंध | Meri Priya Saheli essay in Hindi

Meri priya saheli essay in hindi : दोस्तों स्कूल कॉलेज में आपके कई सारे दोस्त होंगे | लेकिन एखाद दोस्त ऐसा होता है जिसे हम हमारा प्रिय मित्र या फिर प्रिय सहेली कहते है। इस दोस्त के साथ हम हमारी सभी पर्सनल बातें शेयर करते हैं। 

आज के इस लेख में हम आपके साथ मेरी प्रिय सहेली पर निबंध / मेरी प्रिय सखी साझा करने वाले है। meri saheli essay in hindi स्कूल तथा कॉलेज की छात्र-छात्राओ के लिए काफी उपयोगी साबित होगा। तो चलिए शुरु करते है। 



मेरी प्रिय सहेली पर हिंदी निबंध | meri priya saheli nibandh in hindi

हर व्यक्ति के जीवन मै दोस्ती महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है। दोस्ती मतलब किसी व्यक्ति के प्रति होने वाला प्यार, आदर और अपनापन। एक सच्चे मित्र तथा सहेली के बिना जीवन अधूरा होता है। 


एक अच्छी सहेली हर सुख दुख में साथ देती है। जब कभी हम किसी विपदा में होते हैं तो वह हमारे पीछे खड़ी होती है, समस्या दूर कर हमारी मदद करती है। 


निकिता मेरी प्रिय सहेली है। हम दोनों बचपन से एक ही कक्षा में पढ़ रहे हैं। निकिता एक आदर्श विद्यार्थी है। वह सबके प्रति प्रेम व अपनापन दिखाती है। निकिता कभी भी किसी से झगड़ा नहीं करती। निकिता का घर मेरे घर से आधे किलोमीटर की दूरी पर है। इसलिए स्कूल के टाइम हम दोनों साथ मै ही निकलते है। मै 11 बजने से आधा घंटा पहले निकिता के घर पहुंच जाती हूं। निकिता की मां मुझे अपनी बेटी कि तरह ही प्यार करती है। निकिता भी मेरे घर आती जाती रहती है। उसे कोई छोटा या बड़ा भाई बहन नहीं है इसलिए वह मेरे छोटे भाई को काफी प्यार करती है। 


स्कूल मै में और निकिता एक ही बेंच पर बैठते है। निकिता स्वभाव से काफी शांत है। इसलिए उसने आजतक किसी से ऊंचे आवाज से बात तक नहीं की है। उसका कभी भी किसी के साथ झगड़ा नहीं हुआ है। हमारे शिक्षक जब हम पढ़ाते है तो वह पूरा ध्यान लगाकर सुनती है। अगर मुझे पढ़ाई मैं कोई समस्या हो तो वह हमेशा मदत करती है। निकिता पढ़ाई में होशियार है लेकिन इसके अलावा वह अन्य खेलों में भी माहिर है। उसका प्रिय खेल बैडमिंटन है। वह कई बार जिला स्तरीय बैडमिंटन स्पर्धा खेल चुकी है। 


स्कूल छूटने के बाद फ्रेश होकर हर शाम को निकिता मेरे घर आती है। हम दोनों साथ में बैडमिंटन और अन्य खेल खेलते है। निकिता एक अच्छे दोस्त होने के साथ ही मेरे सलाहकार भी है। वह मुझे अच्छे बुरे की पहचान कराती है। हम दोनों साथ मै एक दूसरे की सभी बातें साझा करती है। हम दोनों को ही किताबें पढ़ने का काफी शौक है। इसलिए हर महीने अपनी पॉकेट मनी से पैसे बचा कर हम एक एक नई किताब खरीदते है। और पंधरा पंधरा दिनों मै पढ़ कर एक दूसरे से किताब बदल लेते है। 


मुझे पूरी उम्मीद है कि निकिता और मेरी दोस्ती हमेशा बनी रहेगी। हम दोनों एक दूसरे की सोच का सम्मान करते हैं। कुछ भी हो हमारी दोस्ती कभी खत्म नहीं होगी, वह एक सदाबहार वृक्ष की तरह हमेशा बढ़ती रहेगी। एक सच्चा दोस्त परमेश्वर का अमूल्य तोहफा होती है। मुझे मेरी दोस्त निकिता और उसकी दोस्ती पर अभिमान है।

--समाप्त--


मेरी प्रिय सहेली निबंध हिंदी 10 lines

  1. मेरी प्रिय सहेली का नाम कल्याणी राजपूत हैं। 
  2. कल्याणी और मैं एक ही कक्षा मैं पढ़ते हैं।
  3. कल्याणी मेरी प्रिय सहेली होने के कारण हम हमेशा साथ मैं स्कूल जाते हैं। 
  4. हर रोज शाम को कल्याणी और मैं एक दूसरे से मिलकर बाते करते हैं और खेल खेलते हैं। 
  5. कल्याणी के पिताजी एक सरकारी अधिकारी हैं और माँ गृहिणी हैं। 
  6. उसे घर मैं उसकी माँ और पिताजी के अलावा एक छोटा भाई और उसके दादी दादाजी रहते हैं। 
  7. मेरी सहेली कल्याणी पढाई मैं होशियार हैं। और हर साल वह अच्छे अंकों से पास होती हैं। 
  8. कल्याणी पढाई के अलावा खेल खेलने का भी शौक रखती हैं, उसका प्रिय खेल बैडमिंटन हैं। 
  9. मेरी दोस्त मेरी हर समस्या मैं मेरा साथ देती हैं। 
  10. इन्ही सभी कारणों के कारण कल्याणी मेरी प्रिय सहेली हैं। और मेरी भगवान से प्रार्थना हैं की हमारी दोस्ती युही बनी रहे।


दोस्तों उम्मीद करता हु की आपको मेरी प्रिय सहेली निबंध | meri saheli essay in hindi पसंद आया होगा इस निबंध को अपनी सहेली के साथ जरूर शेयर करे। और आपको इस लेख मैं दिया गया मेरी प्रिय सखी निबंध कैसा लगा कॉमेंट करके जरूर बताए। 


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मेरी प्रिय सहेली [सखी] हिंदी निबंध | Meri Priya Saheli essay in Hindi मेरी प्रिय सहेली [सखी] हिंदी निबंध | Meri Priya Saheli essay in Hindi Reviewed by Mohit patil on अप्रैल 04, 2021 Rating: 5

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